द्रौपदी मुर्मू होंगी भाजपा से राष्ट्रपति की उम्मीदवार
द्रौपदी मुर्मू का जन्म- 20 जून 1958, मयूरभंज, ओडिशा। भाजपा ने इनको भारत के नए राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया है। इनके विरोध में यशवंत सिन्हा को विपक्ष ने मैदान में उतारा है। द्रौपदी मुर्मू भारतीय राजनीतिज्ञ और झारखंड की राज्यपाल रही हैं। वह 18 मई, 2015 से 12जुलाई, 2021 तक झारखंड के राज्यपाल पद पर रहीं। द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी महिला हैं जो राज्यपाल रहीं। झारखंड राजभवन के बिरसा मंडप में आयोजित एक समारोह में राज्य के मुख्य न्यायाधीश वीरेंद्र सिंह ने उनको पद की शपथ दिलाई थी।
तब देश की पहली आदिवासी महिला राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने अंग्रेज़ी में शपथ ग्रहण की थी
तब देश की पहली आदिवासी महिला राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने अंग्रेज़ी में शपथ ग्रहण की थी। उन्होंने डॉ. सैयद अहमद की जगह ली थी, जिन्हें मणिपुर का राज्यपाल बनाया गया था।
वह झारखण्ड की प्रथम महिला राज्यपाल रही हैं। वर्ष 2000 से 2004 तक ओडिशा विधानसभा में रायरंगपुर से विधायक तथा राज्य सरकार में मंत्री भी रहीं।
भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल की गठबन्धन सरकार में 6 मार्च 2000 से 6 अगस्त 2002 तक वाणिज्य और परिवहन के लिए स्वतंत्र प्रभार की राज्य मंत्री तथा 6 अगस्त 2002 से 16 मई 2004 तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री रहीं। ओडिशा के मयूरभंज जिले की रहने वाली द्रौपदी मुर्मू ओडिशा में दो बार रायरंगपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक रही हैं।वह भाजपा-बीजू जनता दल की ओडिशा में बनी गठबंधन सरकार में मंत्री भी रह चुकी हैं।
उस समय झारखंड के प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष और कोडरमा से सांसद रवीन्द्र राय का कहना था कि- “बीजेपी के नेतृत्व में बनी एनडीए सरकार ने देश के आदिवासी समुदाय को उनका हक देने के प्रयास के तहत एक आदिवासी महिला नेता को राज्यपाल बनाया है। इससे पूरे देश में ही नहीं, विश्व में भी अच्छा संदेश जाएगा”।
द्रौपदी मुर्मू से पहले झारखंड के गठन के बाद 15 नवंबर, 2000 को प्रभात कुमार यहां के पहले राज्यपाल बने थे
द्रौपदी मुर्मू से पहले झारखंड के गठन के बाद 15 नवंबर, 2000 को प्रभात कुमार यहां के पहले राज्यपाल बने थे। उनके बाद वी.सी. पांडे, एम. रामा जोइस, वेद मारवाह, सैयद सिब्ते रजी, के. शंकरनारायणन, एम. ओ. एच. फ़ारूक और डॉ. सैयद अहमद यहां के राज्यपाल रहे।