जर्मनी
बर्लिन में भारतीय समुदाय के लोगों ने मोदी..मोदी और भारत माता की जय के नारे लगाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया।
PM ने कहा-
आज आप सभी से मिलकर बहुत अच्छा लग रहा है। आज सुबह मैं बहुत हैरान था कि यहां इतनी ठंड है लेकिन कईं छोटे-छोटे बच्चे भी सुबह 4-4.30 बजे आ गए थे। आपका ये प्यार और आपका आशीर्वाद मेरी बहुत बड़ी ताकत है,आज मैं आपसे न मेरी बात करने आया हूं और न ही मोदी सरकार के बारे में बात करने आया हूं लेकिन आज मन करता है कि जी भरकर आप लोगों से करोड़ों हिंदुस्तानियों की सामर्थ्य की बात करूं और उनका गौरव गान करूं।मैं वहां के हिंदुस्तानियों की नहीं बल्कि यहां हिंदूस्तानियों की बात भी कर रहा हूं,आज का आकांक्षी भारत, आज का युवा भारत, देश का तेज विकास चाहता है।
भारत की महान जनता की दूर दृष्टि है -मोदी
वो जानता है कि इसके लिए राजनीतिक स्थिरता और प्रबल इच्छाशक्ति कितनी आवश्यक है इसलिए भारत के लोगों ने तीन दशकों से चली आ रही राजनीतिक अस्थिरता के वातावरण को एक बटन दबाकर खत्म कर दिया,सकारात्मक बदलाव और तेज़ विकास की आकांक्षा ही थी कि जिसके चलते 2014 में भारत की जनता ने पूर्ण बहुमत वाली सरकार चुनी। ये भारत की महान जनता की दूर दृष्टि है कि साल 2019 में उसने देश की सरकार को पहले से भी ज्यादा मजबूत बना दिया,इस साल हम आज़ादी का 75 वर्ष मना रहे हैं। मैं देश का पहला प्रधानमंत्री ऐसा हूं जो आज़ाद हिंदुस्तान में पैदा हुआ हूं।
भारत जब अपनी आज़ादी का 100 वर्ष मनाएगा
भारत जब अपनी आज़ादी का 100 वर्ष मनाएगा, उस समय देश जिस ऊंचाई पर होगा उस लक्ष्य को लेकर आज हिंदुस्तान मजबूती के साथ एक के बाद एक कदम तेजी से आगे बढ़ रहा है,आज भारत में गवर्नेंस में टेक्नोलॉजी का जिस तरह समावेश किया जा रहा है, वो नए भारत की नई पॉलिटिकल विल भी दिखाता है और लोकतंत्र की डिलीवरी-क्षमता का भी प्रमाण है,अंग्रेजों की परंपराओं के कारण सरकार और लोगों के बीच विश्वास का एक व्यापक अंतर था। शक के बादल थे क्योंकि ब्रिटिश शासन के दौरान जो देखा गया था उसे बदलने के लिए आवश्यक गति का अभाव था। यह समय की मांग थी कि आम लोगों के जीवन में सरकार की उपस्थिति कम हो,देश आगे बढ़ता है जब देश के लोग उसके विकास का नेतृत्व करें, देश आगे बढ़ता है जब देश के लोग उसकी दिशा तय करें।
आज 68 हज़ार से भी ज्यादा स्टार्ट अप्स हैं, दर्जनों यूनिकॉर्न- मोदी
अब आज के भारत में सरकार नहीं बल्कि देश के कोटि-कोटि जन ही ड्राइविंग फोर्स है,आज भारत ईज ऑफ लिविंग, ईज ऑफ एम्प्लॉयमेंट, ईज ऑफ मोबिलिटी, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस..हर क्षेत्र में तेजी से काम कर रहा है, नए आयाम स्थापित कर रहा है,मुझे याद है 2014 के आसपास हमारे देश में 200-400 ही स्टार्ट अप्स हुआ करते थे।
आज 68 हज़ार से भी ज्यादा स्टार्ट अप्स हैं, दर्जनों यूनिकॉर्न हैं,अगर हम वस्तुओं और सेवाओं को देखें तो पिछले साल भारत से 670 बिलियन डॉलर यानि की करीब-करीब 50 लाख करोड़ रुपए का निर्यात हुआ,21वीं सदी के इस तीसरे दशक की सबसे बड़ी सच्चाई है कि भारत वैश्विक हो रहा है। कोरोना काल में भारत ने 150 से ज्यादा देशों को जरूरी दवाइयां भेजकर अनेकों जिंदगियों को बचाने में मदद की।
हमने अपनी वैक्सीन से करीब 100 देशों की मदद की- मोदी
भारत को कोविड वैक्सीन बनाने में सफलता मिली तो हमने अपनी वैक्सीन से करीब 100 देशों की मदद की,पहले देश एक लेकिन संविधान 2 थे, लेकिन उन्हें एक करने में इतनी देर क्यों लगी? 7 दशक हो गए, एक देश एक संविधान लागू करते करते लेकिन वो अब हमनें लागू किया है-PM मोदी