तिरंगा यात्रा को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां अपने अपने तरीके से कर रही है रैलियां

 

लेखक :योगेंद्र यादव

 

भारत में उसके राष्ट्रीय ध्वज को तिरंगा कहते हैं। यह तीन रंग की क्षैतिज पट्टियों के बीच नीले रंग के एक चक्र द्वारा सुशोभित होता है। इसकी अभिकल्पना पिंगली वेंकैया ने की थी। इसे 22 अगस्त, 1947 को आयोजित भारतीय संविधान-सभा की बैठक में अपनाया गया था।

इसमें तीन समान चौड़ाई की क्षैतिज पट्टियाँ हैं, जिनमें सबसे ऊपर केसरिया रंग की पट्टी जो देश की ताकत और साहस को दर्शाती है, बीच में श्वेत पट्टी धर्म चक्र के साथ शांति और सत्य का संकेत है ओर नीचे गहरे हरे रंग की पट्टी देश के शुभ, विकास और उर्वरता को दर्शाती है। ध्वज की लम्बाई एवं चौड़ाई का अनुपात ३:२ है!

इस चक्र का व्यास लगभग सफेद पट्टी की चौड़ाई के बराबर होता है

 

सफेद पट्टी के मध्य में गहरे नीले रंग का एक चक्र है जिसमें २४ तीलियां होते हैं। यह इस बात प्रतीक है भारत निरंतर प्रगतिशील है| इस चक्र का व्यास लगभग सफेद पट्टी की चौड़ाई के बराबर होता है व इसका रूप सारनाथ में स्थित अशोक स्तंभ के शेर के शीर्षफलक के चक्र में दिखने वाले की तरह होता है। भारतीय राष्ट्रध्वज अपने आप में ही भारत की एकता, शांति, समृद्धि और विकास को दर्शाता हुआ दिखाई देता है।राष्ट्रीय झंडा निर्दिष्टीकरण के अनुसार झंडा खादी में ही बनना चाहिए। यह एक विशेष प्रकार से हाथ से काते गए कपड़े से बनता है जो महात्मा गांधी द्वारा लोकप्रिय बनाया गया था। इन सभी विशिष्टताओं को व्यापक रूप से भारत में सम्मान दिया जाता हैं भारतीय ध्वज संहिता के द्वारा इसके प्रदर्शन और प्रयोग पर विशेष नियंत्रण है।

इस समय देश में सभी राजनीतिक दल तिरंगा बनाम तिरंगा खेलते नजर आ रहे हैं

इस समय देश में सभी राजनीतिक दल तिरंगा बनाम तिरंगा खेलते नजर आ रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर ‘हर घर तिरंगा अभियान’ चला रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस हर राज्य में तिरंगा बांटने की योजना बना चुके हैं।

उसकी ज़िम्मेदारी किसी न किसी संगठन और या नेताओं को दी जा चुकी है। इसके अलावा क्षेत्रीय दल भी तिरंगा अभियान में लगे हुए हैं। हर राजनीतिक दल में यह होड़ लगी हुई है कि कौन अधिक लोगों के घरों पर तिरंगा लगवाने में सफल हो जाता है। इन सभी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के आनुषंगिक संगठनों ने भी तिरंगा अभियान में अपना अधिकतम योगदान देते हुए देखे जा सकते हैं।

भारतीय जनता पार्टी चूंकि केंद्र और कई राज्यों की सरकारों में है और वही पिछले एक साल से अमृत महोत्सव के माध्यम से राष्ट्रवाद का अलख जगा रही है। इस कारण उसके द्वारा विशेष तैयारियां देखी जा सकती हैं। इसी कारण भारतीय जनता पार्टी ने अभियान के लिए विशेष तिरंगों का निर्माण कराया है।

हर तिरंगे की कीमत करीब 27 रूपये आ रही है

 

हर तिरंगे की कीमत करीब 27 रूपये आ रही है। लेकिन लोगों से केवल दस रूपये लिए जा रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी नेता और कार्यकर्ता इसे स्वयं खरीदकर लोगों में बाँट रहे हैं। अगर किसी के पास पैसा नहीं है, तो भी वे उसे झण्डा दे रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के आलाकमान के तरफ से इस प्रकार के निर्देश भी दिये गए हैं कि आम जनता के बीच इसे निःशुल्क वितरित किया जाए।

भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ता लोगों को तिरंगा देते हुए आम नागरिकों से इसे अपने घरों पर 13-15 अगस्त के बीच लहराने की अपील कर रहे हैं। इसके जरिए सम्पूर्ण देश में अपने पक्ष में एक माहौल तैयार करने की कोशिश की जा रही है। इसी परिप्रेक्ष्य में भारतीय जनता पार्टी ने 6 अगस्त को सभी प्रदेशों में तिरंगा बाइक रैली का आयोजन किया था।

 

क्षेत्रीय राजनीतिक दल भी तिरंगा अभियान में अपना पूरा ज़ोर लगाए हुए हैं

 

इसके बाद अब मण्डल स्तर पर भी वह निकाली जा रही है। जिसकी ज़िम्मेदारी उनके मंडलीय नेता निभा रहे हैं। वहीं क्षेत्रीय राजनीतिक दल भी तिरंगा अभियान में अपना पूरा ज़ोर लगाए हुए हैं। अगर उत्तर प्रदेश की बात करें, तो यहाँ की प्रमुख विपक्षी राजनीतिक दल समाजवादी पार्टी 9 अगस्त से ही इस मूहीम में जुट गई है। वह पदयात्राओं के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रही है। लोगों को अपने घरों पर तिरंगा फहराने की अपील कर रही है। उस अपील पर लोग अपने घरों पर झण्डा लगा कर उसे सोशल मीडिया पर भी प्रेषित कर रहे हैं।

 आम आदमी पार्टी भी तिरंगा यात्रा को लेकर करेगी बड़ा आयोजन

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल स्कूली बच्चों के माध्यम से 25 लाख तिरंगे हर घर तक पहुंचाने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं। 14 अगस्त को मुख्यमंत्री ने पूरी दिल्ली से स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की है।

इसके पहले ही राजधानी के 500 जगहों पर बड़े तिरंगे लगाने की योजना को पूर्ण कर चुकी है। पार्टी दूसरे राज्यों में चुनाव प्रचार अभियान के नाम पर भी तिरंगा यात्रा निकालती रही है। इस प्रकार केजरीवाल राष्ट्रवाद के नाम पर नरेंद्र मोदी से कमजोर नहीं दिखाई पड़ रहे है। वही भारतीय जनता पार्टी ने 13 अगस्त के पहले राजधानी के हर परिवार तक कम से कम एक-एक तिरंगा पहुंचाने की अपनी योजना पर अमल कर रही है।

जिससे 13 से 15 अगस्त के ‘हर घर तिरंगा अभियान’ में अपनी भूमिका निभा सके। इसके लिए प्रदेश के मुख्यालय, जिला कार्यालयों से लेकर मंडल स्तर तक के कार्यालयों पर तिरंगे पहुंचाए जा चुके हैं। पार्टी के नेता-कार्यकर्ता इसे लेकर अपने-अपने क्षेत्रों के हर घर तक पहुंचा रहे हैं।

वहीं तिरंगा फहराने के अपने प्रयासों के बीच आरोप – प्रत्यारोप की राजनीति भी शुरू हो गई

वहीं तिरंगा फहराने के अपने प्रयासों के बीच आरोप – प्रत्यारोप की राजनीति भी शुरू हो गई। आम आदमी पार्टी के तिरंगा अभियान पर भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल का हर कार्य केवल दिखावे और प्रचार के लिए होता है। वे तिरंगा अभियान में केवल इसलिए शामिल हुए क्योंकि उन्हें लग रहा था कि यदि वे इसमें शामिल नहीं होते हैं, तो इसमें वे पिछड़ जाएंगे। यही कारण है कि वे भारी भरकम पैसा खर्च कर तिरंगा अभियान के नाम पर केवल प्रचार कर रहे हैं।

By Ram

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